Sunday, 23 October 2016

पिंक: मर्दाना आवारागर्दी के ख़िलाफ सिर्फ ‘ना’ नहीं, बल्कि मानवीय स्वतंत्रता की मशाल है फिल्म ‘पिंक’


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स्त्रियों पर आरोपित जोर-दाब-बल क्योंकर...यह मुख्य प्रश्न उठाती है अनिरुद्व राय चैधरी की फ़िल्म ‘पिंक’

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राजीव रंजन प्रसाद की समीक्षा जल्द ही प्रस्तुत



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