Monday 6 June 2016

आत्मकथा : भारतीय साहित्य लेखन परम्परा में आपबीती कहती/सुनाती पुस्तकें

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आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री-हंस बलाका
पाण्डेय बेचन शर्मा उग्र’ –अपनी खबर
बनारसी दास चतुर्वेदी की आत्मकथा
महात्मा गाँधी सत्य के मेरे प्रयोग
ओमप्रकाश बाल्मीकि जूठन
राजेन्द्र यादव -मुड़-मुड़ के देखता हूँ मैं
मन्नू भंडारी एक कहानी यह भी
हरिवंश राय बच्चन क्या भूलूं क्या याद करूं (1969) , नीड़ का निर्माण फिर (1970),(बसेरे से दूर) (1977) .दशद्वार से सोपान तक (1985)
श्योराज सिंह बेचैन - मेरा बचपन मेरे कंधो पर
सुरजपाल चौहान - तिरस्कृत
लक्ष्मण गायकवाड उचक्का
सुशीला टाकभौरे शिकंजे का दर्द
दया पवार अछूत ,
तुलसी राम मुर्दहिया और मणिकर्णिका
कौशल्या बैसंत्री दोहरा अभिशाप
शरणकुमार लिम्बाले अक्करमाशी
इंदिरा गोस्वामी-जिन्दगी कोई सौदा नहीं
रवीन्द्र कालिया-ग़ालिब छूटी शराब
रमणिका गुप्ता-हादसे
कमलेश्वर-जो मैंने जिया
जानकी वल्लभ शाष्त्री-अष्टपदी
उर्मिला पवार-आयदान(मराठी)
लक्ष्मीबाई टीळक-स्मृतिचित्रे(मराठी)
माधवी देसाई-नाच री घुमा
तुलसीराम-मुर्दाहिया
आबिद सुरती-सूफी
रामदरश मिश्र-सहचर है समय
हरदर्शन-हर अगर पर मगर
अमृता प्रीतम- रसीदी टिकट, अक्षरों के साये(दोनों)
ओमप्रकाश वाल्मीकि-जूठन
प्र . ई . सोनकांबळे-यादो के पंछी(मराठी)
दया पवार-अछूत
केशव मेश्राम-हकीकत

मवलन कलकत्ते-अनोखी भेंट(मराठी)

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