Tuesday, 21 May 2019

प्रयोजनमूलक हिन्दी (2015-16) : एकवर्षीय प्रगति विवरण



वर्ष : 2015-16, अकादमिक वर्ष
प्रयोजनमूलक हिन्दी डिप्लोमा के विद्यार्थी
हिन्दी विभाग, राजीव गाँधी विश्वविद्यालय 
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राजीव रंजन प्रसाद
सहायक प्राध्यापक, हिन्दी विभाग
राजीव गाँधी विश्वविद्यालय
रोनो हिल्स, दोइमुख
अरुणाचल प्रदेश-791 112
ई. मेल: rajeev.prasad@rgu.ac.in

उत्तर-पूर्व का हिस्सा पूर्वोत्तर के नाम से जाना जाता है। इसी हिस्से का एक मनोरम प्रांत है-अरुणाचल प्रदेश; जहाँ राजीव गाँधी विश्वविद्यालय अवस्थित है। यह इस राज्य का इकलौता केन्द्रीय विश्वविद्यालय है जो आधारभूत संरचना और शैक्षणिक उपलब्धता के कई सारे अभावों के बावजूद अकादमिक प्रगति का नित नए सोपान चढ़ रहा है।

अगस्त, 2015 की तेरह तारीख को मैं भी इस विश्वविद्यालय परिवार का हिस्सा हो गया। मुझे जो यहाँ पहचान मिली वह थी एक सहायक प्राध्यापक की। इससे पूर्व मैं काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में शोध-कार्य में संलग्न था और मुझे ‘जनसंचार एवं पत्रकारिता’ विषय में वरिष्ठ शोध अध्येतावृत्ति मिल रही थी। 

पत्रकारिता मेरे लिए जुनून की हद तक पागलपन रहा है। कई सारे मुद्दों, विषयों, समस्याओं और समसामयिक प्रतिक्रियाओं के तहत मैंने अपने तेवर और भूमिका को बनाए भी रखा था। गत एक वर्ष (2015-16) तक अपने विद्यार्थियों से जुड़ा रहा और इसी अपनापा में हमने कई महत्त्वपूर्ण काम भी किए। मुझे प्रयोजनमूलक हिन्दी के डिप्लोमा पाठ्यक्रम की महती जवाबदेही सौंपी गई क्योंकि इसी विषय में मैं परास्नातक था। प्रयोजनमूलक हिन्दी, हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार, उपयोग-व्यवहार, प्रयोग-प्रयुक्ति आदि को समर्पित एक ऐसा पाठ्यक्रम है जो विद्यार्थियों में हिन्दी भाषा सम्बन्धी कौशल-अभिवृत्ति का निर्माण करता है। उन्हें भाषाा के स्तर पर दक्ष एवं प्रवीण करता है, ताकि इनकी निपुणता का इस्तेमाल स्थानीय से लेकर वैश्विक धरातल तक उचित रीति से किया जा सके।

वर्ष 2015-16 अकादमिक वर्ष के अंतिम सत्र में प्रयोजनमूलक हिन्दी डिप्लोमा के विद्यार्थियों द्वारा किए गए प्रमुख कार्यों  की संक्षिप्त कार्यसूची निम्न हैं : 

प्रयोजनमूल हिन्दी के विद्यार्थियों द्वारा किए गए लघु शोध-प्रबन्ध की कुल संख्या : 7

1. अपियांग तायेंग : ‘हिन्दी सिनेमा माध्यम और अरुणाचली समाज’ (विशेष सन्दर्भ : फिल्म ईटानगर जीरो किलोमीटर); विषय-निर्देशक-राजीव रंजन प्रसाद 
2. दावा छोमू : ‘जवाहर लाल नेहरू राजकीय संग्रहालय, अरुणाचल प्रदेश’ : एक अनुसंधानात्मक अध्ययन’; विषय-निर्देशक-राजीव रंजन प्रसाद
3. दोपे रिराम : ‘ईटानगर अवस्थित दूरदर्शन केन्द्र द्वारा प्रसारित हिन्दी कार्यक्रमों का विश्लेषणात्मक अध्ययन; विषय-निर्देशक-श्री राजीव रंजन प्रसाद
4. जितेन राय : ईटानगर अवस्थित आकाशवाणी केन्द्र से प्रसारित हिन्दी कार्यक्रमों का विश्लेषणात्मक अध्ययन; विषय-निर्देशक-राजीव रंजन प्रसाद
5. ताना मेरी : अरुणाचलवासी तानी समुदाय (न्यीशी, आदी, गालो, आपातानी, तागीन) की वस्त्र-परिधान शैली एवं सांस्कृतिक वेश-भूषा; विषय-निर्देशक-राजीव रंजन प्रसाद

प्रयोजनमूल हिन्दी के विद्यार्थियों द्वारा किए गए अनुवाद-कार्य की कुल संख्या : 2

1. शिल्पा कोयू : अरुणाचल की जनजातियाँ : पृष्ठभूमि एवं अभिलक्ष्य (इंटरनेट द्वारा साभार सहित डाउनलोडेड सामग्री); परामर्शदाता : राजीव रंजन प्रसाद
2. सोनी राय : वास्तुकला-आपातानी जनजाति (मालविका बजाज़); परामर्शदाता : राजीव रंजन प्रसाद

प्रयोजनमूलक हिन्दी डिप्लोमा के विद्यार्थियों द्वारा एकदिवसीयी शैक्षणिक-भ्रमण सम्बन्धी सत्रीय-कार्य के अन्तर्गत प्रस्तुत फीचर/रिपोर्ताज

1. अपियांग तायेंग-मालिनीथान : यात्रा-वृत्तांत
2. दावा छोमू-शैक्षिक भ्रमण : मालिनीथान 
3. दोपे रिराम-शैक्षणिक यात्रा : मालिनीथान 
4. जितेन राय-मालिनीथान की यात्रा
5.  शिल्पा कोयू-मालिनीथान की यात्रा
6.  सोनी राय-मालिनीथान की यात्रा
7. ताना मेरी-मालिनीथान एवं लोगों का अटूट अविश्वास 

प्रयोजनमूलक हिन्दी डिप्लोमा के विद्यार्थियों द्वारा ‘दैनिक पूर्वोदय’ समाचार-पत्र में विज्ञापित विज्ञापनों का तीनदिनी विवरण :

1. अपियांग तायेंग : 22 जनवरी, 2016 से 23 जनवरी, 2016
2. दावा छोमू : 30 जनवरी, 2016 से 01 फरवरी, 2016 
3. दोपे रिराम : 08 जनवरी, 2016 से 10 जनवरी, 2016
4. जितेन राय : 18 दिसम्बर, 2015 से 20 दिसम्बर, 2015
5.  शिल्पा कोयू : 07 दिसम्बर, 2015 से 10 दिसम्बर, 2015
6.  सोनी राय : 03 दिसम्बर, 2015 से 05 दिसम्बर, 2015
7. ताना मेरी : 11 जनवरी, 2016 से 13 जनवरी, 2016 

प्रयोजनमूलक हिन्दी डिप्लोमा के विद्यार्थियों द्वारा किसी महत्त्वपूर्ण संस्था-विशेष के बारे में परिचयात्मक वर्णन प्रस्तुति :

1. अपियांग तायेंग : इंडियन सोसायटी ऑफ एडवरटाइजर्स
2. दावा छोमू : विज्ञापन एवं दृश्य-प्रचार निदेशालय
3. दोपे रिराम : एडवरटाइजिंग कौंसिल ऑफ इंडिया
4. जितेन राय : प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया
5.  शिल्पा कोयू : प्रसार भारती
6.  सोनी राय : विविध भारती
7. ताना मेरी : एडवरटाइजिंग एजेंसी एसोसिएशन ऑफ इंडिया

प्रयोजनमूलक हिन्दी डिप्लोमा के विद्यार्थियों द्वारा देश के प्रमुख चर्चित विज्ञापन-गुरु का परिचय :

1. अपियांग तायेंग : पीयुष पाण्डेय
2. दावा छोमू : प्रसून जोशी
3. दोपे रिराम : अरविन्द शर्मा
4. जितेन राय : पहल्लाद कक्कड़
5.  शिल्पा कोयू : जॉयसी पॉल
6.  सोनी राय : आर. बालकृष्णन
7. ताना मेरी : सी.वी.एल. श्रीनिवासन

प्रयोजनमूलक हिन्दी डिप्लोमा के विद्यार्थियों द्वारा किसी विषय-विशेष पर आधारित फीचर की प्रस्तुति :

1. अपियांग तायेंग : अरुणाचल में बच्चों की शैक्षणिक स्थिति
2. दावा छोमू : ---------
3. दोपे रिराम : अरुणाचल प्रदेश में युवा-वर्ग की समस्याएँ
4. जितेन राय : उच्च शिक्षा की स्थिति और अरुणाचल
5.  शिल्पा कोयू : वस्त्र-निर्माण की अरुणाचली संस्कृति
6.  सोनी राय : लोक-मनोरंजन कला की अरुणाचली संस्कृति
7. ताना मेरी : अरुणाचली गीत-संगीत

प्रयोजनमूलक हिन्दी डिप्लोमा के विद्यार्थियों द्वारा पारिभाषिक एवं तकनीकी शब्दावली के अन्तर्गत प्रस्तुत 100 शब्दों की सूची :

1. अपियांग तायेंग : तकनीकी शब्दावली
2. दावा छोमू : मीडिया शब्दावली
3. दोपे रिराम : प्रशासनिक शब्दावली
4. जितेन राय : अकादमिक शब्दावली
5.  शिल्पा कोयू : बैंक शब्दावली
6.  सोनी राय : विधि शब्दावली
7. ताना मेरी : खेल शब्दावली

अन्य गतिविधियाँ : 
- प्रयोजनमूलक हिन्दी डिप्लोमा के विद्यार्थियों द्वारा 50 चुनिंदा ख़बरों का चयन एवं उचित विवरण के साथ उनका प्रस्तुतिकरण किया गया।
- नियमित आंतरिक और सत्रांत परीक्षाओं में उपयुक्त प्रदर्शन एवं प्रस्तुति।
- प्रश्न-पत्र संख्या: 428, प्रायोगिक कार्य के अन्तर्गत बाह्य परीक्षक के रूप में प्रो. भरत प्रसाद, पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय, शिलांग से बुलाये गए जिनके साथ आंतरिक परीक्षक के रूप में राजीव रंजन प्रसाद उपस्थित रहे।
- प्रयोजनमूलक हिंदी के विद्यार्थी ऐतिहासिक एवं प्राचीन स्थल मालिनीथान जो कि पुरातात्त्विक दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण है के लिए एकदिन शैक्षणिक परिभ्रमण सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई और सम्बन्धित विद्यार्थियों ने इस यात्रा को केन्द्रित रिपोर्ट/फीचर प्रस्तुत एवं जमा किया।
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